भुवरी हमार धरता अचार - लिरिक्स
गईला परदेशवा देई के कलेसवा
हमरा पा कईल ना विचार ।
गईला परदेशवा देई के कलेसवाहमरा पा कईल ना विचार ।
अरे चढ़ली जवानी में बनायीं देला टुवरी
भुवरी हमार धरता अचार ।
अरे चढ़ली जवानी में बनायीं देला टुवरी
भुवरी हमार धरता अचार ।।पईसा के माया में काया कुहँकावेला
हमरा से पहिले राजा अपने दुःख सुनावेला
ऐ जी !!!पईसा के माया में काया कुहँकावेला
हमरा से पहिले राजा अपने दुःख सुनावेला ।
दही में जोरानावा तेल में फोरानावा
देला नहीं पटी पटीदार ।
अरे चढ़ली जवानी में बनायीं देला टुवरी
भुवरी हमार धरता अचार ।
अरे चढ़ली जवानी में बनायीं देला टुवरी
भुवरी हमार धरता अचार ।।कृष्णा बेदर्दी प्रमोद बीतता उमरिया
भूलियो के लेत नईखा सोनू सुखबरिया ।
काहे ऐ पिंटू प्रेमी जी ?
अईसे काहे करा तारा हो ?कृष्णा बेदर्दी प्रमोद बीतता उमरिया ।
भूलियो के लेत नईखा सोनू तू खबरिया ।
आर्या अनिल नाही लेला तू खबरिया ।
ससुरा से नीके ठीके रहती नईहरवा ।
कुछो के ना रहे तकरार ।
अरे चढ़ली जवानी में बनायीं देला टुवरी ।
भुवरी हमार धरता अचार ।।अरे चढ़ली जवानी में बनायीं देला टुवरी
भुवरी हमार धरता अचार ।
गईला परदेशवा देई के कलेसवा
हमरा पा कईल ना विचार ।
अरे चढ़ली जवानी में बनायीं देला टुवरी
भुवरी हमार धरता अचार ।
अरे चढ़ली जवानी में बनायीं देला टुवरी
भुवरी हमार धरता अचार ।
भुवरी लगाईये के मनला !!!